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[Top 3] Hindi Story With Moral – Motivational Story In Hindi

Motivational Story In Hindi

जीवन में जब भी हमें समस्याएं आती हैं या फिर जब हमारा मन उदास होता है तो Motivational Story In Hindi हमारे मन को ताजा करने के लिए बेहतर उपाय है ऐसी कहानी जो हमें मोटिवेशन देती है जीवन की समस्याओं का समाधान बताती हैं आगे बढ़ाने की राह दिखाती हैं ऐसी कहानियों को हमें जरूर पढ़ना चाहिए कुछ ऐसे ही प्रेरणादायक कहानियां जो आपको कुछ ना कुछ सीख देगी, नीचे लिख रहा हूं अगर कहानी पसंद आए तो नीचे कमेंट करके जरूर बताएं

1. Rabbit And Tortoise Story In Hindi – Motivational Story (2024)

दोस्तों जब किसी को अपनी खूबियों पर घमंड होने लगता है तो समय-समय पर वह घमंड चकनाचूर भी होने लगता है। और वही दूसरी तरफ अगर कोई पूरी लगन और मेहनत से काम करें तो वह जिंदगी की हर जंग जीत सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको कछुआ और खरगोश की कहानी (Rabbit And Tortoise Story In Hindi) सुनाने जा रहे हैं।

यह एक ऐसी कहानी है, जो कि हमेशा सभी लोग पसंद करते आए हैं। तो समय को बिना गवाये कहानी (Rabbit And Tortoise Story) शुरू करते हैं।

कछुआ और खरगोश (Rabbit And Turtle)

एक बार की बात है, खरगोश (Rabbit) और कछुआ (Tortoise) बहुत अच्छे दोस्त थे। और दोनों साथ में जंगल में रहते थे। खरगोश, कछुये का मज़ाक उड़ाने लगा की, तुमारी चाल इतनी धीमी (Slow and steady) है कि, अगर कोई संकट आये तो खुद की रक्षा भी नहीं कर पाओगे और भी कई तरीके से खरगोश ने कछुये का मज़ाक उड़ाया।

कछुये को इस बात का बुरा लगा, और फिर उसने जंगल में सभी जानवरो की सभा बुलाकर पंचो के सामने मज़ाक उड़ाने वाली बात बताई। जंगल में सभी जानते थे की, खरगोश बहुत आलसी है। इसलिये सभी ने मिलकर कहा कि, कछुआ और खरगोश की दौड़ करायी जाये इससे सिद्ध हो जायेगा की, खरगोश ने सही में मज़ाक उड़ाया या नहीं।

Kargosh Aur Kachhuye Ki Daud

खरगोश ये सुनकर बहुत खुश हुआ क्योंकि, खरगोश बहुत तेज़ दौड़ता है। और कछुये ने भी बात मान ली। फिर खरगोश और कछुये की दौड़ चालू की गयी, सभी जंगल के जानवर इस दौड़ को देख रहे थे। खरगोश इस दौड़ में बहुत आगे निकल गया

फिर उसने पीछे देखा तो कछुआ दूर-दूर तक दिखाई नहीं दिया। तो खरगोश ने सोचा की कछुये को आने में तो बहुत समय लगेगा, जब तक पास में लगे खेत से गाजर खा लेता हूं। खरगोश गाजर खाने लगा और ताज़े फल-सब्ज़ी खायी।

अब फिर खरगोश ने देखा तो भी कछुआ दूर तक दिखाई नहीं दिया। तो खरगोश ने सोचा इस पेड़ की घनी छाया है, थोडी देर आराम भी कर लिया जाये। और यही सोचकर वो आराम करने लगा और भर पेट खाना खाने के बाद उसकी नींद लग गयी।

यहाँ कछुआ बिना रुके निरंतर चल रहा था। और जहाँ खरगोश सो रहा था वहाँ से भी आराम से निकल गया।

अपने लक्ष्य तक पहुच गया। इधर जब खरगोश की आँख खुली तो उसने दौड़ना शुरू कर दिया। और फिर जब वो पहुचा तो उसने देखा कछुआ और पहले से वहाँ पहुँच चुका था। 

खरगोश को अपनी गलती का एहसास हो गया था। और उसने अपने मित्र कछुये से माफ़ी मांगी, और काम के समय पर आलस न करने का वादा भी किया। सारे जानवरो को आज एक नयी सीख मिल गयी थी।

Tortoise And Rabbit Story Moral

वास्तव में इस कहानी से पूरी दुनिया को सीख लेना चाहिए की, जो निरंतर अपना काम ईमानदारी और मेहनत से करता है। तो वो वह काम भी कर सकता है। जिसको उसने कभी किया नहीं, या उसका कोई अभ्यास भी नहीं। अगर पूरी लगन से काम करो तो उसमे सफलता जरूर मिलती है। कोई भी आपके आगे नहीं निकल सकता अगर आप पूरी मेहनत से काम करते है तो। 

दोस्तों मेने ऐसे ही बहुत सारी स्टोरी आपके लिए लिखी है। अगर आप ऐसी कहानियो में रूचि रखते हो तो, जरूर पढ़े और कमेंट में बताये की आपको कहानी कैसी लगी और कोन सी कहानी आप सुनना चाहते है। अगर आपको खरगोश और कछुआ की कहानी (Rabbit And Tortoise Story In Hindi) अच्छी लगी हो तो कमेंट करके बताये।

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2. हांथी और शेर की कहानी [Motivational Story In Hindi]

प्रस्तावना: दोस्तों हर कोई अपनी जिंदगी से परेशान है किसी को कुछ कमी है तो, किसी को कुछ कमी है किसी को अपनी समस्याएं सुनते हैं तो वह हमें अपनी कर समस्याएं और सुना देता है वहीं, दूसरी ओर अगर हमें किसी वस्तु से समस्या है तो हो सकता है किसी और को उसे वस्तु से प्यार हो। यानी किसी की ताकत या कमजोरी हमारी समस्या हो सकती है, और हमारी ताकत या कमजोरी किसी दूसरे की समस्या हो सकती है।

इसी के ऊपर हमें कहानी लिख रहे हैं जिसमें एक हाथी और शेर है।

एक जंगल में तालाब किनारे शेर अपनी गुफा में बैठा हुआ था शेर काफी दुखी था और मन ही मन सोच रहा था की जंगल में कोई भी जानवर उसकी तारीफ नहीं करता है जबकि, वह जंगल का राजा है। इस जंगल में एक छोटा सा पक्षी मोर है जिसकी तारीफ सभी जानवर करते हैं जब भी शेर की सेवा होती तो मोर की तारीफ कोई ना कोई कर ही देता इससे शहर को काफी दुख होता और मोर से काफी जलन होती लेकिन राजा होने के नाते वह इस बात पर विचार करके काफी दुखी होता रहता।

बेशुमार ताकत और नुकीले नाखून फुर्तीली चला और जंगल में इतना दबदबा होने के बावजूद भी कोई उसकी तारीफ नहीं करता है और मोर की तारीफ सभी करते हैं कोई बोलता है मा जब नाचता है तो सब मन मुक्त हो जाते हैं, बारिश होने लगती है, बादल गरजने लगते हैं, जंगल और सुनहरा लगे लगता है, जंगल में स्वर्ग उतारने लगता है इत्यादि इस तरह की बातें अलग-अलग जानवर करते हैं जिससे शहर काफी दुखी हो जाता है।

यह सारी बातें शहर सोची रहा था तभी गुफा के सामने वाली रास्ता में एक हाथी काफी दुखी मन से पानी पीने जा रहा था। शेर ने जैसा ही देखा कि हाथी काफी दुखी है और चुकी, वह जंगल का राजा है तो उसके दुख का कारण जानकार उसके दुख को दूर करना उसका कर्तव्य है। इसलिए वह हाथी के पास जाता है और हाथी से बोलता है,

शेर:- हाथी भाई मैंने देखा कि आप काफी दुखी हैं किसने आपको परेशान किया आप मुझे बताएं

हाथी:- नहीं नहीं महाराज मुझे किसी ने परेशान नहीं किया मैं तो अपने ही दुख से दुखी हूं

शेर:- इतना बड़ा शरीर और इतनी ताकत होने के बावजूद भी आपका अपना दुख कैसे हो सकता है गजानन

हाथी:- महाराज यह ताकत और शेयर एक छोटे से जीव से भी छोटी है यही सोचकर मैं परेशान हूं

शेर:- भले छोटे से जीव इतने ताकतवर शरीर वाले जानवर को कैसे परेशानी हो सकती है मुझे जरा विस्तार से बताइए भाई

हाथी:- देखिए ना महाराज मेरा शरीर इतना बड़ा है ईश्वर ने मुझे इतनी ताकत दी है फिर भी चींटी जब मेरे कान में घुसती है तो मुझे भयंकर दर्द का सामना करना पड़ता है इसका मतलब तो यही है ना महाराज की चींटी के पास वह ताकत है जो मुझ जैसे बड़े शरीर वाले और ताकतवर जानवर को भी घुटनों पर ला सकती है

शेर:- हां हां बात तो तुम्हारी सही है सबकी अपनी ताकत और अपनी कमजोरी है और यही उसकी खूबसूरती है

इतना कहकर शेर अपनी गुफा में आकर बैठ गया और हाथी पानी पीने चला गया, शेर और हाथी की इस बातचीत में शेर को इतना तो समझ में आ गया कि मोर की तारीफ बाकी जानवर क्यों करते हैं दरअसल वह मोर की तारीफ देख रहा था और उसके मन में अपनी कमजोरी थी कमजोरी यह थी कि उसके पास पंख नहीं है और वह मोर के जितना सुंदर नहीं है लेकिन उसके पास जो है वह मर के पास नहीं है नुकीले नाखून, बेशुमार ताकत, फुर्तीलापन, और जंगल का ताज इत्यादि

मोर के पास अपनी ताकत और अपनी कमजोरी है लोग ताकत की तारीफ करते हैं कमजोरी की बुराई करते हैं इसी प्रकार शेर के पास जो ताकत है लोग उसकी प्रशंसा करते हैं और जो कमजोरी है उसकी बुराई करते हैं इसी प्रकार हाथी की जो ताकत है उसकी प्रशंसा करते हैं और जो कमजोरी है उसकी बुराई करते हैं बिल्कुल उसी तरह हर इंसान के पास कुछ कमियां है कुछ अच्छा ही हैं और लोग कर्मियों की बुराई करते हैं अच्छाइयों की तारीफ करते हैं।

इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है Hindi Story With Mortal

इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि हमें अपनी अच्छाई पर फोकस करना चाहिए अपनी कमियों को देखकर दुखी नहीं होना चाहिए और सबकी अपनी समस्याएं हैं आपकी भी कुछ समस्याएं हैं तो जो अच्छा ही है उनको सोचकर खुश हो जाइए और इस जंगल का शेर बन जाइए

3. खरगोश और बंदर की कहानी [Motivational Story In Hindi]

प्रस्तावना: जब किसी इंसान के पास कोई समस्या आती है और उसे समस्या का कोई हल दिखाई नहीं देता है अंत में हम किसी ऐसे इंसान के पास जाते हैं जो बुजुर्ग हो जिसने हमसे ज्यादा जिंदगी में समस्याओं का अनुभव किया हो ऐसे ही यह कहानी खरगोश और बंदर की होगी जिसमें बंदर एक बुजुर्ग है और खरगोश की एक समस्या है तो चलिए कहानी को शुरू करते हैं

एक छोटे से जंगल में बहुत सारे जानवर रहते थे वही जंगल के एक हिस्से में एक खरगोश बिल बना के रहता था उसे जंगल में बहुत सारे बुजुर्ग जानवर रहते थे जिसमें से सबसे बुजुर्ग एक बंदर था और वह बंदर बहुत ही समझदार था बहुत सारे लोग उसे बंदर के पास अपने-अपनी समस्याएं लेकर आते थे और वह उन समस्याओं को चुटकियों में खत्म कर देता

एक बार की बात है जंगल में खाने की कमी हो गई उसे वजह से खरगोश खाने की तलाश में कुछ दिनों के लिए जंगल के दूसरे हिस्सों में चला गया और वहां पर खाने का इंतजाम कर अपने जीवन का गुजारा करने लगा जब जंगल में से वजन की समस्या खत्म हुई तो खरगोश वापस अपने घर आया और जब वह अपने बिल के पास पहुंचा तो उसने देखा कि किसी दूसरी खरगोशिन [महिला खरगोश] ने उसके बिल पर कब्जा कर लिया है यह देखकर खरगोश को काफी गुस्सा आया और वह खरगोशिन से बोला,

खरगोश:- मेरे बिल में तुम कैसे रह रही हो यह मेरा है तुरंत इसको खाली करो

खरगोशिन:- नहीं यह मेरा घर है मैं यहां काफी दिन से रह रही हूं इसलिए अब इस बिल पर मेरा अधिकार है

खरगोश:- मुझे समझ नहीं आता तुम ऐसा कैसे कह सकती हो मैं यहां कई बरसों से रह रहा हूं बस कुछ दिनों के लिए बाहर चला गया था

खरगोशिन:- जो भी हो पर मैं किसी भी हालत में यह बिल खाली नहीं करने वाली हूं

खरगोश:- अगर तुम मेरा बिल खाली नहीं करोगी तो मैं कहां रहूंगा

दोनों ने एक दूसरे को काफी समझाया पर समझने के लिए राजी कोई भी नहीं था इसलिए काफी बहस करने के बाद दोनों ने फैसला किया कि वह इस समस्या को सुलझाने के लिए जंगल के सबसे बूढ़े जानवर यानी उसे बंदर के पास जाएंगे जो समस्याओं को चुटकी में समझा देता है और दोनों वहीं के और बुजुर्ग बंदर के सामने अपनी सारी कहानी सुनाई तब बंदर बोला

बुजुर्ग बंदर:– मैंने तुम दोनों की समस्याओं को सुना और उसे पर विचार किया मुझे लगता है तुम दोनों को झगड़ा नहीं करना चाहिए दोनों जवान हो और दोनों की शादी भी नहीं हुई मेरी राय से अगर तुमको समस्या ना हो तो तुम दोनों को शादी करके एक ही बिल में रहना चाहिए

बंदर की बात खरगोश और खरगोशिन दोनों को समझ में आ गई और सही भी लगी जो समस्या थी वह खुशी में बदल गई बस इसी तरह दोनों की शादी हो गई जिसमें जंगल के सभी जानवर आए और दोनों एक ही बिल में रहने लगे इस तरह समस्या का समाधान हो गया

हमें क्या सीख मिलती है [Motivational Story In Hindi]

जब कोई हम किसी समस्या में फस जाते हैं तो उसके हाथ ढूंढने के लिए ना जाने कितने परेशान हो जाते हैं लेकिन असलियत में उसका हाल आपके आसपास ही होता है आपके बूढ़े बुजुर्ग मां-बाप दादा दादी यह लोग ऐसे होते हैं जिन्होंने आपसे कई गुना दुनिया को देखा है और कई समस्याओं का समाधान किया है तो कोई भी समस्या आए अपने बुजुर्गों से हल लेने की कोशिश करें उनका तरीका पुराना हो सकता है लेकिन समस्याएं वही रहती हैं

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