बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत जमड़ी के बरपतरापारा निवासी दीपक नायक पिता श्रीनाथ नायक 21 वर्ष (Commits suicide) ने 10वीं तक पढ़ा था। वह घर में ही रहकर खेती-किसानी सहित अन्य घरेलू काम करता था। इस बीच करीब डेढ़-दो साल पहले उसके बड़े भाई ने अपना पुराना मोबाइल फोन उसे दे दिया था।
इसमें वह ऑनलाइन गेम पबजी व फ्री फायर (Commits suicide) खेलना शुरू कर दिया था। धीरे-धीरे उसे इस खेल की इतनी लत लग गई वो अधिकांश समय इसी तरह के खेल खेलने में रमा रहता था। उसके बड़े भाई व पिता उसे कई बार समझाइश दिए, लेकिन वह नहीं माना।
उसके पिता व भाई उसे जो भी काम करने को कहते थे उसे वह कर देता था, इस कारण उस पर ज्यादा दबाव नहीं बना पा रहे थे। लेकिन परिजन को क्या पता था कि यही गेम खेलने की लत के कारण एक दिन उसकी जान चली जाएगी।
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Commits suicide: पेड़ पर लटकी मिली लाश
17 दिसंबर को दीपक नायक घर में ही था, लेकिन अचानक कही दिखाई नहीं दिया तो परिजन उसकी तलाश करते हुए घर से कुछ दूरी पर स्थित टीला नुमा पहाड़ के समीप पहुंचे।
यहां देखा कि एक पेड़ के डाल पर दीपक का शव फांसी पर लटका (Commits suicide) हुआ था। घटना की सूचना पर दूसरे दिन मौके पर पहुंची शंकरगढ़ पुलिस ने शव को नीचे उतरवाकर पीएम कराकर परिजन को सौंप दिया।
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परिजन बोले- गेमिंग की वजह से रहता था तनाव में
पुलिस की पूछताछ में परिजन ने जो बात बताई, वह चौंकाने वाली थी। युवक ऑनलाइन खेल पबजी व फ्री फायर खेलने का इतना आदी हो गया था कि तनाव में रहने लगा और अंतत: इसी कारण से फांसी (Commits suicide) लगाकर जान दे दी। हालांकि युवक अपने मोबाइल फोन में कोई भी पेमेंट एप नहीं चलाता था, इससे खेल में वह पैसा नहीं लगाता था।