90 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने कुछ दिनों पहले ही संन्यास लिया था और उन्हें नया नाम ममता नंद गिरी भी दिया गया। लेकिन उनके महामंडलेश्वर बनने के बाद से ही विवाद होता रहा। आखिरकार उनकी पदवी छीन ली गई। इसके ये 5 संभावित कारण सामने आए हैं:

क्यों छीनी गई ममता कुलकर्णी की महामंडलेश्वर की पदवी
1. किन्नर अखाड़े के नियमों का ममता ने नहीं किया पालन। ममता को नियमों के मुताबिक वैजंती माला पहननी थी, मगर वो रुद्राक्ष की माला पहन रही थीं।
2. नियम के अनुसार ममता का पहले मुंडन किया जाना था और इसके बाद संन्यास लेना था। मगर ऐसा नहीं हुआ।

4. 90 के दशक में ममता कुलकर्णी ने टॉपलेस फोटो शूट कराया था। इस कारण भी किन्नर अखाड़े अनुयायियों ने उनके महामंडलेश्वर बनने पर आपत्ति जताई।
5. ममता कुलकर्णी का नाम अंडरवर्ल्ड से जुड़ा था। यही नहीं उन पर ड्रग तस्करी के भी आरोप थे। उन्होंने एक ड्रग माफिया से शादी की। इस पर भी अखाड़े को आपत्ति थी। ये सारी बातें ममता कुलकर्णी के खिलाफ गईं। इसलिए उनसे ये पदवी छीन ली गई। अब नए सिरे से किन्नर अखाड़े का पुनर्गठन होगा और जल्द ही नए आचार्य और महामंडलेश्वर का ऐलान किया जाएगा।