जानकारी के मुताबिक कुठला थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जटवारा निवासी 54 वर्षीय मुकेश उर्फ लाला शर्मा पिता दादूराम शर्मा बालाघाट पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात था। बालाघाट के बैहर थाने में पदस्थ रहने के दौरान विभाग द्वारा उसे बर्खास्त कर दिया गया था। उसके बाद से वो अपने गांव जटवारा में ही रह रहा था।
सूचना फैलते ही मचा गांव में हड़कंप
बताया जाता है कि, सुबह जब ग्रामीण नींद से जागने के बाद कामकाज के लिए घरों से बाहर निकले, तो उनकी नजर गांव में मौजूद गौरी शंकर मंदिर के सामने स्थित पीपल के पेड़ के नीचे चबूतरे पर मुकेश की खून से लथपथ लाश नजर आई। घटना की सूचना पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। घटना की जानकारी कुठला पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
हत्यारों के साथ हत्या के कारण जानने जुटी पुलिस
हालांकि, हत्या के तरीके का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही होगा, लेकिन पुलिस का मानना है कि बर्खास्त आरक्षक की हत्या लाठी-डंडों और धारदार हथियार से हमला कर की गई है। फिलहाल, पुलिस हत्यारों के साथ-साथ हत्या के कारणों की पतासाजी में जुट गई है।