चपरासी से साहब ले रहे थे रिश्वत
सीधी कलेक्ट्रेट में शुक्रवार को लोकायुक्त की कार्रवाई से हड़कंप मच गया। लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम ने कलेक्ट्रेट की दूसरी मंजिल पर स्थित आदिवासी विकास विभाग के दफ्तर में बैठकर रिश्वत ले रहे सहायक आयुक्त डीके द्विवेदी को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। रिश्वतखोर सहायक आयुक्त ने चपरासी सुखलाल कोल से उसका ट्रांसफर रद्द करने के एवज में 20 हजार रूपए रिश्वत मांगी थी जिसमें से 15 हजार रूपए पहले ही चपरासी अधिकारी को दे चुका था।
कलेक्टर का ऑर्डर साइड कर 30 हजार मांगने वाले पटवारी को लोकायुक्त ने पकड़ा
5 हजार रूपए लेते रंगेहाथों पकड़ा
लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह ने बताया कि फरियादी चपरासी सुखलाल कोल सुखवारी के छात्रावास में पदस्थ था जिसका ट्रांसफर अमरबाह कर दिया गया था। रिटायरमेंट का वक्त नजदीक होने और अमरबाह काफी दूर होने के कारण चपरासी सुखलाल कोल ने ट्रांसफर रद्द करने की मांग आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त डीके द्विवेदी से की थी। जिसके एवज में रिश्वतखोर सहायक आयुक्त ने 20 हजार रुपए मांगे। 15 हजार रूपए पहले ही चपरासी अधिकारी को दे चुका था और फिर बीते दिनों लोकायुक्त दफ्तर में आकर शिकायत की। जिसके आधार रिश्वतखोर सहायक आयुक्त डीके द्विवेदी को 5 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए उनके दफ्तर से पकड़ा गया है।
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